दिल्ली से हिमाचल तक जलप्रलय; उत्तराखंड में भी बरस रही ‘आफत’

देश भर में बारिश का दौर शुरू हो चुका है। खासकर उत्तर भारतीय राज्यों में जमकर बारिश हो रही है। वहीं, पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। इसी बीच मौसम विभाग ने बारिश को लेकर नई जानकारी दी है।

जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण हरिद्वार समेत गढ़वाल और कुमाऊं मंडल की अधिकांश नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को छू गया है। बांधों और जलाशयों में पानी खतरे के निशान के करीब है।

हिमाचल में बारिश के बाद काफी नुकसान हुआ है। हिमाचल के कई जिलों में बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है और कई जगह भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। हिमाचल प्रदेश के सीएम जगत सिंह नेगी ने कहा कि बारिश की वजह से नेशनल हाईवे को नुकसान पहुंचा है और पानी व बिजली आपूर्ति बाधित हुई है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बाढ़ की स्थिति पर सचिवालय में एक आपात बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में दिल्ली के मंत्री, मेयर और विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद हैं।

आईएमडी ने 13 जुलाई तक पूर्वोत्तर भारत और सिक्किम में अत्यधिक बारिश की चेतावनी जारी की।आईएमडी ने यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है।

बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कुछ पर्यटक फंसे हुए हैं।दिल्ली में 15-16 जुलाई के बाद तेज बारिश होने की संभावना है।

दिल्ली में यमुना नदी बुधवार को 207 मीटर के निशान को पार करते हुए 10 वर्षों में उच्चतम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई।

उत्तराखंड के हरिद्वार, गढ़वाल और कुमाऊं मंडल की अधिकांश नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को छू गया है।

रुद्रप्रयाग में भूस्खलन के कारण ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग वाहन यातायात के लिए बंद कर दिया गया।

हिमाचल में बाढ़ से अभी तक 80 लोगों की मौत हो चुकी है।हिमाचल प्रदेश में 470 पालतू पशुओं की मौत हुई है।

हिमाचल में बारिश से 100 मकानें पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है।

पहाड़ से पत्थर गिरने की वजह से ऋषिकेश-बद्रीनाथ नेशनल हाइवे पर लंबा जाम लग गया है।

उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश के कारण चमोली में पहाड़ी ढह गई।

यमुना में बढ़े जलस्तर को लेकर सीएम केजरीवाल ने गृह मंत्री शाह को पत्र लिखा है।

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चंद्रताल झील का हवाई निरीक्षण किया।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जिला प्रशासन के साथ बैठक कर बारिश के कारण उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की।

दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने बाढ़ राहत कैंप का दौरा किया।

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